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अगस्त, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शिक्षक दिवस पर विशेष

 शिक्षक दिवस विशेष     शिक्षक शब्द सुनते ही सभी के मन मे अलग अलग विचार आते होंगे परन्तु असल मायनों में तो शिक्षक किसी भी समाज की नींव है जिसके बिना शिक्षा शब्द अधूरा है। शिक्षक शब्द से हमारे मन में हमेशा सम्मान की भावना आती है एक आदर्श शिक्षक की पहचान भी ऐसी होनी चाहिए। जिस प्रकार हमारी प्रथम शिक्षिका माँ को हम सम्मान देते हैं ठीक वैसे ही सम्मान के पात्र हमारे शिक्षक भी होते हैं।  एक राष्ट्र निर्माता के रूप में शिक्षक सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है नन्हे नन्हे हाथों को कलम की ताकत बताते हैं। छोटे छोटे बच्चों को विभिन्न प्रकार कर खेल गतिविधियों से पढ़ाते लिखाते कभी कभी तो पढ़ाई को और अधिक बच्चों के रूचि कर बनाने के लिए स्वंम बच्चे बन जाते हैं।औऱ। भी ना जाने किन किन प्रयोगों के उपयोग करके बच्चों को स्कूलों मर सहज करते हैं जिससे बच्चा  स्कूल आने में रूचि लेता है। शिक्षक की जिम्मेदारी हर बच्चों के साथ अगल अलग होती है जैसा कि मनोविज्ञान में बताया गया है कि हर बच्चा विशेष होता है तो समझिए हर बच्चे के लिए एक शिक्षक प्रतिदिन किनती मेहनत और लगन से अपने कार्यों को अंजाम द...

सभी स्कुलो में सिखने के प्रतिफल की लिस्ट रखना अनिवार्य है

 सभी कक्षाओं में अनिवार्यतः विद्यार्थी विकास सूचकांक का प्रदर्शन/उपयोग बाबत राज्य में प्रारंभिक कक्षाओं में विद्यार्थियों को विभिन्न लर्निंग आउटकम में दक्ष करने के उद्देश्य से  प्रत्येक कक्षा में विद्यार्थी विकास सूचकांक तैयार कर उनका उपयोग करने के निर्देश हैं | इसके तहत शिक्षकों को प्रत्येक माह प्रत्येक कक्षा में कम से कम पांच लर्निंग आउटकम का चयन कर उन पर फोकस कर कक्षा में अध्यापन करना होगा | यह कार्य उनके नियमित पाठ्यक्रम के अध्यापन के साथ-साथ जारी रखा जाएगा | उदाहरण के लिए यदि शिक्षक किसी माह विद्यार्थियों को हाव-भाव के साथ किसी कविता को गा सकने के लर्निंग आउटकम को फोकस किया है तो उस माह अपने नियमित अध्यापन के साथ प्रत्येक विद्यार्थी में इस दक्षता को लाने हेतु प्रतिदिन कुछ समय अलग से निकल कर उस पर फोकस किया जाएगा |  प्रत्येक कक्षा में एक चार्ट में प्रतिमाह नए पांच लर्निंग आउटकम लिखकर जिन जिन बच्चों में वह हासिल होता जाता हैं उनके नाम के आगे टिक करें | आपका प्रयास यह होना चाहिए कि सभी बच्चों में वह लर्निंग आउटकम उसी माह में अनिवार्यतः आ जाए | इसके लिए वे विभिन्न उपाय क...

छत्तीशगढ़ का प्रथम त्यौहार

इंसान और उसके प्राकृति प्रेम को दर्शाती हमारे प्यारे छत्तीसगढ़ की पारंपरिक त्योहार हरेली; जिसमें किसान अपने औजारों, पशुओं, खेत और फसल की पूजा करते है, एक तरह से यह  त्योहार हम इंसानों का प्राकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का एक जरिया  है । एक ओर जहां देश ही नहीं पूरे विश्व में विकास के नाम पर जल,जंगल, जमीन,पहाड़,सागर जैसे प्राकृतिक संसाधनों  का बेतहाशा दोहन किया जा रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप  बाढ़,सूखा,भूस्खलन, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं के रूप में प्राकृति  समय समय पर अपना प्रकोप दिखाती है। इसके साथ ही हम जलवायु परिवर्तन की समस्या से भी जूझ रहे हैं; ऐसे में हमारे छत्तीसगढ़ का ये त्यौहार हरेली देश ही नहीं पूरे विश्व को प्राकृति संरक्षण का  अदभुत संदेश देती हैं। हरेली की हार्दिक शुभकामनाए।